सोना ₹400 गिरा
चांदी में तेज गिरावट
। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 63,050 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 63,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 600 रुपये के गिरावट के साथ 75,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही।
डॉलर के मुकाबले
रुपया एक पैसा टूटा
मुंबई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा
विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 83.13 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशों में डॉलर के मजबूत होने में भारी तथा घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली होने से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। कच्चे तेल में भारी गिरावट आने के कारण रुपये की गिरावट पर कुछ अंकुश लगा।
अडानी समूह की कंपनियों में निवेश बढ़ा
घरेलू निवेशकों ने चालू वित वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अडानी ग्रीन और अडानी टोटल गैस समेत समूह की पांच कपनियों में निवेश बढ़ाया है। शेयरधारिता आंकड़ों के अनुसार, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अडानी ग्रीन में अपनी हिस्सेदारी पिछली तिमाही के 1.36 प्रतिशत से बढ़ाकर 1.67 प्रतिशत की है। इसके अलावा, उन्होंने सितंबर तिमाही में अडानी टोटल गैस में हिस्सेदारी को 6.02 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.26 प्रतिशत किया है। समूह की 10 कंपनियों का बाजार पूजीकरण अकेले दिसंबर में लगभग तीन लाख करोड़ रुपये बढ़ा। दिसंबर के अंत में समूह का बाजार पूंजीकरण 14.2 लाख करोड रुपये तक पहुंच गया।
विदेशी निवेशकों कीजोरदार मुनाफावसूली
कमजोर संकेतों को देखते हुए
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों
विदेशी निवेशकों की
(एफपीआई) ने बुधवार को जमकर मुनाफावसूली की और 10,578 करोड़ मूल्य के शेयर बेच दिए। इससे पहले जनवरी के पहले दो सप्ताह में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में करीब 3,900 करोड़ रुपये लगाए थे। दिसंबर में निवेश का आंकड़ा 66, 134 करोड रुपये था।
शेयर बाजार में भारी गिरावट
से निवेशकों को 4.59 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। बीएसई पर सूचीबद्ध कपनियों का बाजार पूंजीकरण 4,59,327.64 करोड़ रुपये घटकर 3,70,35,933.18 करोड रुपये रह गया। बाजार में दो • दिनों की गिरावट में निवेशकों की संपत्ति 5,73,576.83 करोड़ रुपये घट गई है। बीएसई मिडकैप 1.09 प्रतिशत लुढ़क गया, जबकि स्मॉलकैप 0.90 प्रतिशत नीचे आया।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि हाल में जो तेजी आई थी और खासकर शेयरों का भाव जो उच्चस्तर पर था, उसको देखते हुए यह गिरावट आई है। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक के परिणाम के बाद बैंकों के शेयरों में जो गिरावट आई है, उसकी वजह से बाजार आज लुढका है। एचडीएफसी बैंक का परिणाम बताता है कि कर्ज/जमा अनुपात आरबीआई के संतोषजनक स्तर से ऊपर है।
जून 2022 के बाद
सबसे अधिक फिसला हाल में शेयर बाजार में तेजी के बादयह भारी गिरावट आई है। पिछले डेढ साल से अधिक समय में यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स करीब 2.23 और निफ्टी 2.09 फीसदी तक लुढ़क गया। इससे पहले 13 जून 2022 को सेंसेक्स में 2.68% और निफ्टी 2.64% की गिरावट आई थी
इन क्षेत्रों के शेयरों में आई
सबसे ज्यादा गिरावट --- 4.02
बैंकिग --- 2.86
वित्तीय सेवाएं 3.76
धातु --- 2.86
कमोडिटीज टेलीकॉम --- 2.31
यूटिलिटीज तेल एवं गैस --- 1.94
■ आंकड़े प्रतिशत मे --- 1.03 0.93