10 ग्राम सोने की कीमत भारत में जानें
सोने की कीमत भारत में हर दिन बदलती रहती है। इसका दाम मार्केट ट्रेंड और ब्याज दरों से प्रभावित होता है। GST, TCS और अन्य शुल्क शामिल नहीं हैं।
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सोने का मूल्य कई कारकों से निर्धारित होता है। जैसे - वैश्विक आर्थिक स्थिति, मांग-आपूर्ति, इंटरनेशनल सोने के बाजारों में उतार-चढ़ाव, मुद्रास्फीति, मौद्रिक नीतियां और भू-राजनीतिक कारक।
प्रमुख सोने के दाम निर्धारक कारक
- वैश्विक आर्थिक स्थिति
- मार्केट की भावना
- भू-राजनीतिक तनाव
- केंद्रीय बैंकों की नीतियां
- मुद्रास्फीति और मुद्रा मूल्य में उतार-चढ़ाव
10 ग्राम सोने की कीमत भारत में और प्रभावित करने वाले कारक
सोने के दाम को निर्धारित करने में कई कारक शामिल हैं। भारत में दिल्ली सराफा बाजार भाव, मुंबई सोना कीमत, चेन्नई सोने की कीमत और कोलकाता सोना रेट जैसे कारकों का प्रभाव होता है। आइए इन प्रमुख कारकों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
सोने के दाम निर्धारित करने वाले प्रमुख कारक
- मांग और आपूर्ति: सोने की मांग और आपूर्ति का संतुलन सोने के दाम को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रमुख मौसमी अवसरों जैसे त्योहार और शादियों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है।
- मुद्रास्फीति: जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो लोग अपने धन को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश करते हैं, जिससे सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
- ब्याज दरें: ब्याज दरों में गिरावट होने पर लोग अधिक सोना खरीदने लगते हैं, जिससे सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
- मौसम: भारत में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली सोने की मांग मौसम और बंपर फसल से प्रभावित होती है।
- सरकारी रिजर्व: सरकार के पास मौजूद सोने के भंडार सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
- मुद्रा में उतार-चढ़ाव: भारतीय रुपये की कमजोरी से सोने के आयात की लागत बढ़ जाती है, जिससे घरेलू बाजार में सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
इन कारकों के संयुक्त प्रभाव से भारत में सोने के दाम का निर्धारण होता है। निवेशकों और उपभोक्ताओं को इन कारकों को ध्यान में रखना चाहिए जब वे सोने में निवेश करते हैं या सोना खरीदते हैं।
सोने का भाव: 22 कैरेट और 24 कैरेट अंतर
भारत में सोने की कीमतों को समझने के लिए, 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के भेद को जानना जरूरी है। 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है और इसमें 99.9% सोना होता है। यह नरम और लचीला होता है और हाई-टेक उपकरणों में इसका उपयोग होता है।
22 कैरेट सोना में 91.7% सोना होता है और बाकी में सिल्वर, कॉपर या अन्य धातुएं मिली होती हैं। यह सख्त होता है और मोल्ड करने में कठिन होता है। इसका उपयोग ज्वैलरी, बार और सिक्के बनाने में होता है।
22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोने की तुलना में थोड़ा सस्ता होता है। शुद्धता के आधार पर दोनों के दामों में अंतर होता है। वर्तमान में, 24 कैरेट सोना ₹72,664 प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोना ₹66,560 प्रति 10 ग्राम है।
सोने का प्रकार | शुद्धता | कीमत (10 ग्राम) | उपयोग |
---|---|---|---|
24 कैरेट | 99.9% | ₹72,664 | हाई-टेक उपकरण |
22 कैरेट | 91.7% | ₹66,560 | ज्वैलरी, बार, सिक्के |
इस प्रकार, 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने में शुद्धता और कीमत में मामूली अंतर है, जिसे समझना महत्वपूर्ण है जब किसी भी सोने से जुड़ा निर्णय लिया जाता है।
निष्कर्ष
भारत में सोने की कीमतों में कई कारक होते हैं। आज, 24 कैरेट सोना 72,932 रुपये और 22 कैरेट सोना 66,806 रुपये प्रति 10 ग्राम है। पिछले 5 सालों में 24 कैरेट सोने की कीमत 105.79% और 22 कैरेट सोने की कीमत 98% बढ़ी है।
सोने के दाम को कई कारक प्रभावित करते हैं, जैसे मांग, मुद्रास्फीति और ब्याज दरें। मॉनसून, सरकारी भंडार, मुद्रा उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक कारक भी महत्वपूर्ण हैं। सोने की कीमत वैश्विक सोने की कीमतों से प्रभावित होती है, क्योंकि भारत सोना आयात करता है।
निवेशकों के लिए सोने में निवेश के कई तरीके हैं, जैसे सोने के गहने और सिक्के। सोने की मौद्रीकरण योजना व्यक्तियों को सोना बैंकों में जमा करने की अनुमति देती है।