क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का भविष्य और एक्सचेंज जानें
क्रिप्टोकरेंसी ने वित्तीय जगत को बदल दिया है। यह डिजिटल क्षेत्र में सुरक्षित और विकेंद्रीकृत लेनदेन प्रदान करता है।1 बिटकॉइन, एथेरियम, डोजकॉइन जैसी डिजिटल मुद्राओं के आने से क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य में बहुत संभावनाएं हैं।
इस लेख में, हम क्रिप्टोकरेंसी के विकास, इसके फायदे और नुकसानों पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही, आने वाले वर्षों में इसके प्रभाव के बारे में भी बताएंगे।
प्रमुख बिंदु:
- क्रिप्टोकरेंसी बाजार में विकेंद्रीकृत विनिमय का महत्व
- क्रिप्टोकरेंसी का मूल स्वरूप और इसका वैश्विक प्रभाव
- ब्लॉकचेन तकनीक की अहमियत
- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की भूमिका और भविष्य
- क्रिप्टोकरेंसी निवेश के लाभ और चुनौतियां
क्रिप्टोकरेंसी का परिचय और महत्व
क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत 2009 में बिटकॉइन के निर्माण से हुई। यह विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा और ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी की शुरुआत थी।2 जून 2023 तक, बाजार में 25,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी थीं। इनमें से 40 से अधिक का बाजार पूंजीकरण 1 बिलियन डॉलर से अधिक था।2 ब्लॉकचेन तकनीक पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करती है। यह लेनदेन रिकॉर्ड से छेड़छाड़ करना बहुत कठिन बना देती है।
क्रिप्टोकरेंसी की मूल अवधारणा
क्रिप्टोकरेंसी ने कई वृद्धि और संकुचन चरण देखे हैं। इसमें 2011, 2013–2014/15, 2017–2018 और 2021–2023 में बुलबुले और बाजार क्रैश शामिल हैं।2 जून 2021 में, अल्वाडोर पहला देश बन गया जिसने बिटकॉइन को कानूनी निधि के रूप में स्वीकार किया।2
डिजिटल मुद्रा का वैश्विक प्रभाव
क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक वित्तीय प्रणाली को प्रभावित कर रही है। यह पारंपरिक बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच न रखने वाले लोगों को वित्तीय समावेशन प्रदान करती है।3 कुल क्रिप्टोकरेंसी बाजार पूंजीकरण लगभग 1.5 ट्रिलियन डॉलर है। इसमें बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण लगभग 927 बिलियन डॉलर है।3
ब्लॉकचेन तकनीक का महत्व
अक्टूबर 2022 में, एथेरियम ने काम करने के तरीके को बदल दिया। यह बदलाव ऊर्जा उपयोग और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को 99.9% कम कर दिया।2 यह पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मददगार साबित हुआ।
"क्रिप्टोकरेंसी भविष्य की मुद्रा है - विकेंद्रीकृत, पारदर्शी और सुरक्षित भुगतानों का पूर्ण पारिस्थितिक तंत्र।"
क्रिप्टोकरेंसी एक नई और उभरती प्रौद्योगिकी है। यह वैश्विक वित्तीय प्रणाली को प्रभावित कर रही है। यह तकनीक पारदर्शिता, सुरक्षा और लागत प्रभावशीलता के साथ एक विकेंद्रीकृत भुगतान प्रणाली प्रदान करती है। इससे वित्तीय समावेशन में वृद्धि हो रही है। पारंपरिक बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच न रखने वाले लोगों को वित्तीय सेवाएं मिल रही हैं।
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क्रिप्टोकरेंसी बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इसमें बिटकॉइन, इथेरियम और लाइटकॉइन जैसी प्रमुख मुद्राएं शामिल हैं। UNOCOIN, CoinSwitch, CoinDCX जैसे एक्सचेंज प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग की सुविधा देते हैं।4
लेकिन, बाजार की अस्थिरता और नियामक अनिश्चितता के कारण निवेशकों को सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए।5 भविष्य में, क्रिप्टो एक्सचेंज और अधिक विकसित होंगे। वे नए उत्पाद और सेवाएं पेश करेंगे।
क्रिप्टोकरेंसी व्युत्पन्न उत्पाद भी बाजार में आ गए हैं।6 CBOE ने दिसंबर 2017 में बिटकॉइन फ्यूचर्स लॉन्च किए। बाद में बिटकॉइन और इथेरियम फ्यूचर्स पर मार्जिन शुरू किया।
CME ने भी दिसंबर 2017 में बिटकॉइन फ्यूचर्स शुरू किए। ये नकद में निपटाए जाते हैं।6
भारत में, क्रिप्टोकरेंसी पर नियामक अनिश्चितता रही है।5 2021 में केवल 7.3% भारतीयों ने क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल किया।
भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर पर 30% कर लगाया है। यह दिखाता है कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार का भविष्य अभी भी अस्पष्ट है।5
"क्रिप्टोकरेंसी तकनीक भारत के स्टार्टअप परिदृश्य को पुनर्जीवित करने की क्षमता रखती है, जो ब्लॉकचेन डेवलपर्स से लेकर मार्केटर्स, प्रमोटर्स और अन्य तक रोजगार के अवसर प्रदान कर सकती है।"5
समग्र रूप से, क्रिप्टोकरेंसी बाजार और एक्सचेंज भविष्य में और अधिक विकसित होंगे। वे नए उत्पाद और सेवाएं पेश करेंगे।4 यह एक रोमांचक और उभरता क्षेत्र है। इसमें निवेशकों और उद्यमियों के लिए कई अवसर हैं।
प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी और उनकी विशेषताएं
क्रिप्टोकरेंसी की यात्रा 2009 में शुरू हुई, जब बिटकॉइन का निर्माण हुआ।7 इसके बाद, इथेरियम, रिपल और लाइटकॉइन जैसी अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसियों का उदय हुआ।7
बिटकॉइन और इथेरियम का विश्लेषण
बिटकॉइन सबसे पुरानी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 146.5T रुपये है।7 इथेरियम दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है, जिसका मार्केट कैप लगभग 32.2T रुपये है।7 दोनों में कई दिलचस्प विशेषताएं हैं।
अल्टकॉइन्स की भूमिका
डॉजकॉइन, लाइटकॉइन और रिपल जैसे अल्टकॉइन्स भी लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं।7 इनमें निवेश करने से विविधीकरण बढ़ता है।7
मार्केट कैपिटलाइजेशन का महत्व
मार्केट कैपिटलाइजेशन क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य का संकेतक है।7 यह निवेशकों को जानकारी देता है।7
लेकिन, इसमें जोखिम भी हैं।7 जैसे बाजार की अस्थिरता और साइबर सुरक्षा जोखिम।7 फिर भी, यह वित्तीय समावेशन का एक नया मार्ग खोलता है।7
क्रिप्टोकरेंसी | मूल्य (₹) | मार्केट कैपिटलाइजेशन (₹) |
---|---|---|
बिटकॉइन | लगभग ₹52 लाख | लगभग ₹146.5T |
इथेरियम | लगभग ₹3.77 लाख | लगभग ₹32.2T |
Fantom | लगभग ₹80 | लगभग ₹20,000 करोड़ |
Polkadot | लगभग ₹1,600 | लगभग ₹1.7L करोड़ |
Binance Coin | लगभग ₹22,000 | लगभग ₹3.5L करोड़ |
बाजार में हजारों क्रिप्टोकरेंसी हैं।8 युवा निवेशक ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं।8 अल्टकॉइन्स और एनएफटी क्रिप्टो उद्योग के महत्वपूर्ण अंग हैं।8
इन कारकों ने उद्योग को गहराई से प्रभावित किया है।7 लोग अपने व्यवसायों और निवेश रणनीतियों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।7 भारत में नए नियम जारी हो रहे हैं।7 ये बाजार के भविष्य को आकार देंगे।7
क्रिप्टो एक्सचेंज की कार्यप्रणाली
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में क्रिप्टो एक्सचेंज बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये क्रिप्टो एक्सचेंज और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में काम करते हैं। उपयोगकर्ता यहां क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं।9
Delta Exchange एक प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज है। यह उपयोगकर्ताओं को विभिन्न सुविधाएं देता है। इसमें फ्यूचर्स और ऑप्शन ट्रेडिंग भी शामिल है।9
उपयोगकर्ता UPI, NEFT, IMPS या कार्ड से पैसे भेज सकते हैं। वे विभिन्न मार्जिन मोड के साथ भी ट्रेड कर सकते हैं।9
क्रिप्टो एक्सचेंज सुरक्षा, लिक्विडिटी और कम शुल्क पर ध्यान देते हैं। वे वित्तीय लेनदेन और निवेश के लिए एक सुरक्षित माध्यम प्रदान करते हैं।9
क्रिप्टो एक्सचेंज | बिटकॉइन और इथेरियम पर कॉल और पुट ऑप्शंस | मार्जिन ट्रेडिंग | कम शुल्क |
---|---|---|---|
Delta Exchange | हाँ | हाँ | हाँ |
क्रिप्टो एक्सचेंज बाजार के विकास में महत्वपूर्ण हैं। ये प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने का मौका देते हैं।9
भारत में, क्रिप्टोकरेंसी बिल 2021 एक महत्वपूर्ण विधायी पहल है। यह सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी बाजार को विनियमित करने के लिए पेश किया गया था।10
केंद्रीय बजट 2022 में, भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी से लाभ पर 30 प्रतिशत और स्रोत पर 1 प्रतिशत टैक्स कटौती की घोषणा की। यह कदम निवेश को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र को विनियमित करने में मदद कर सकता है।10
समग्र रूप से, क्रिप्टो एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्रिप्टोकरेंसी बाजार के लिए आवश्यक हैं। ये उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित और उपयुक्त माध्यम प्रदान करते हैं।9
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के लाभ और चुनौतियां
क्रिप्टोकरेंसी निवेश एक नए और रोमांचक क्षेत्र है। यह निवेशकों को आकर्षित करता है। इसमें उच्च रिटर्न, विकेंद्रीकरण, और सुरक्षा जैसे कई फायदे हैं।7 लेकिन, इसमें बाजार की अस्थिरता, नियामक अनिश्चितता, और साइबर सुरक्षा जोखिम भी हैं।7 निवेशकों को सावधानी से निवेश करना चाहिए और सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए।
निवेश के प्रमुख लाभ
- उच्च रिटर्न की संभावना: क्रिप्टोकरेंसी निवेश ने निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए हैं।7
- विकेंद्रीकरण और सुरक्षा: यह वित्तीय पारदर्शिता और सुरक्षा प्रदान करता है।7
- पोर्टफोलियो विविधीकरण: यह पोर्टफोलियो में विविधता लाता है और जोखिम कम करता है।7
जोखिम और सावधानियां
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कई लाभ देता है, लेकिन जोखिम भी हैं। इन जोखिमों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:
- बाजार की अस्थिरता: यह बाजार अत्यधिक अस्थिर है। अल्पकालिक मूल्य उतार-चढ़ाव होता है।7
- नियामक अनिश्चितता: क्रिप्टोकरेंसी के विनियमन के बारे में कानून अभी भी विकसित है।7
- साइबर सुरक्षा जोखिम: यह डिजिटल माध्यम में हैकिंग और धोखाधड़ी के खतरों को बढ़ाता है।7
इन जोखिमों के बावजूद, क्रिप्टोकरेंसी में सावधानीपूर्वक निवेश एक अवसर है। निवेशकों को सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए और बाजार की अस्थिरता का प्रबंधन करना चाहिए।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का विनियमन
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का नियमन अभी विकसित हो रहा है। सरकार और नियामक संस्थाएं11 जोखिमों को कम करने के लिए काम कर रहे हैं। फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन जैसे प्राधिकरण नियमन पर ध्यान दे रहे हैं।12
भारत में 19 क्रिप्टो एक्सचेंज मार्केट हैं। क्रिप्टोकरेंसी के 2,971 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब देने को कहा गया है।
क्रिप्टोकरेंसी के दुरुपयोग की चिंता12 के कारण चीन ने 1100 लोगों को गिरफ्तार किया है। भारत में12 बिटकॉइन की कीमत में उतार-चढ़ाव दिख रहा है। इसकी कीमत 30 लाख से 75 लाख तक पहुंच सकती है।
भविष्य मेंभारतीय क्रिप्टो नियम और दिशानिर्देशों की उम्मीद है।11 यह विनियमन को मज़बूत करेगा और विश्वास बढ़ाएगा।
"भविष्य में अधिक स्पष्ट नियमों और दिशानिर्देशों की उम्मीद है जो भारतीय क्रिप्टो नियम और विनियमन को और मज़बूत करेंगे और क्रिप्टो बाज़ार में विश्वास बढ़ाएंगे।"
क्रिप्टो मार्केट के भविष्य की संभावनाएं
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में नई तकनीकें और नवाचार बहुत महत्वपूर्ण हैं। BitVM13 जैसी तकनीकें क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग बढ़ा सकती हैं। क्रिप्टो डेरिवेटिव्स और लीवरेज्ड ट्रेडिंग7 भी बाजार को बदल सकते हैं।
इस प्रकार, क्रिप्टोकरेंसी का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव बढ़ेगा। यह वित्तीय प्रणालियों और लेनदेन के तरीकों को बदल सकता है।
तकनीकी विकास और नवाचार
क्रिप्टोकरेंसी बाजार में नई तकनीकें बहुत महत्वपूर्ण हैं। बिटकॉइन की मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 2020 से 70% से घटकर 42% हो गई है।13
दूसरी ओर, इथेरियम ने पिछले साल 900% की वृद्धि दर्ज की। बिटकॉइन की वृद्धि दर केवल 275% थी।13
इथेरियम की लोकप्रियता और आगामी प्रौद्योगिकी अपग्रेड ऊर्जा खपत में 99.5% की बचत का वादा करते हैं।13 ऐसी ऊर्जा दक्ष प्रौद्योगिकियां भविष्य में और अधिक निवेशकों को आकर्षित कर सकती हैं।
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
क्रिप्टोकरेंसी का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव बढ़ रहा है। यह वित्तीय प्रणालियों और लेनदेन के तरीकों को बदल सकती है।
यह वित्तीय सेवाओं को विकेंद्रीकृत और डिजिटल बना सकती है। इसके अलावा, यह वित्तीय समावेशन और पोर्टफोलियो विविधीकरण में मदद कर सकती है।7
हालांकि, कुछ चिंताएं भी हैं। बाजार अस्थिरता, नियामकीय अनिश्चितता और साइबर सुरक्षा जोखिम हैं।7 इन चुनौतियों का सामना करना होगा।
"भविष्य में पूरा व्यवसाय पूरी तरह से डिजिटल और विकेंद्रीकृत हो जाएगा, जिसमें आश्वासन, संरक्षण और सुरक्षा की आवश्यकता होगी।"7
विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) का उदय
विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव है। यह पारंपरिक वित्तीय सेवाओं को ब्लॉकचेन पर लाता है। इससे उधार, उधार और व्यापार बिना मध्यस्थों के संभव हो जाते हैं।14
DeFi प्लेटफॉर्म्स उच्च ब्याज दरें और नए वित्तीय उत्पाद प्रदान करते हैं। यह क्रिप्टो बाजार को बढ़ावा देता है।
लेकिन, DeFi अभी भी शुरुआती दौर में है। इसमें प्रोग्रामिंग त्रुटियों और सुरक्षा परीक्षण की कमी है। इससे हैकिंग और चोरी के जोखिम बढ़ जाते हैं।14
2022 और 2023 में क्रिप्टो कीमतें लगातार गिरीं। यह एक 'क्रिप्टो-शीतकाल' था।14
यूनिस्वैप और पैंकेकस्वैप जैसे विकेंद्रीकृत एक्सचेंज लोकप्रिय हैं।14 ऐवे जैसी सेवाएं उपयोगकर्ताओं को ब्याज आय कमाने का मौका देती हैं।14 दिन में मिलियनों डॉलर का उपयोग क्रिप्टो जुआ और भविष्यवाणी एप्स में होता है।14
NFT DeFi बाजार में निशान निवेशकों और संग्राहकों के बीच लोकप्रिय हैं।14 विकेंद्रीकृत वित्त कम शुल्क और वार्ताकृत ब्याज दरें प्रदान करता है। यह सुरक्षा, पारदर्शिता और स्वायत्तता का वादा करता है।14
DeFi उपयोगकर्ताओं को केंद्रीय वित्तीय संस्थाओं के बिना वित्तीय संव्यवहार करने की अनुमति देता है।14 यह वित्तीय गतिविधियों को आसान बनाता है।14 ब्लॉकचेन तकनीक DeFi की रीढ़ है। यह सुरक्षित और अविनाशी लेनदेन को सुगम बनाती है।14
हालाँकि, DeFi अभी भी एक उभरता हुआ क्षेत्र है। इसमें प्रोग्रामिंग त्रुटियों और सुरक्षा कमियों से जूझना और नियामकों से निपटना महत्वपूर्ण है।15 2022 में डिजिटल वित्त के भविष्य को अमेरिकी नियामकों के लिए एक चुनौती थी।15
"DeFi का उद्भव क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह वित्तीय सेवाओं को विकेंद्रीकृत और पारदर्शी बना रहा है और उपयोगकर्ताओं को नए अवसर प्रदान कर रहा है।"
क्रिप्टो प्रशंसकों के लिए, DeFi का उदय एक रोमांचक विकास है। यह वित्तीय नवाचार और उपयोगकर्ता नियंत्रण को बढ़ावा देता है। लेकिन, इस प्रौद्योगिकी को अपनाने में और नियमों को कायम रखने में कई चुनौतियाँ हैं।141516,,
निष्कर्ष
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का भविष्य बहुत उज्ज्वल दिखाई दे रहा है। लेकिन, इसमें कई चुनौतियां भी हैं। तकनीकी नवाचार, नियामक विकास और बढ़ती स्वीकृति इस क्षेत्र को आकार देंगे।17
क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक वित्तीय प्रणाली को बदलने की क्षमता रखती है। लेकिन, इसके लिए समय और सावधानीपूर्वक विकास की आवश्यकता होगी।17
निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और अपने जोखिम को प्रबंधित करना चाहिए।18 क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में प्राप्त किए जा रहे लाभ और निवेश के अवसर उत्साहजनक हैं। लेकिन, साथ ही कुछ जोखिम भी हैं।18
18 भारत और दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी दिनों-दिन अधिक लोकप्रिय होती जा रही हैं।18 भविष्य में17, क्रिप्टोकरेंसी और18 डिजिटल अर्थव्यवस्था वित्तीय प्रणाली को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। लेकिन, इसके लिए कानूनी और तकनीकी चुनौतियों का सामना करना होगा।
FAQ
क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसका महत्व क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है। यह पारंपरिक बैंकिंग से अलग है। यह विकेंद्रीकृत और सुरक्षित है।
यह वित्तीय प्रणाली को बदल रहा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव बढ़ रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रमुख प्रकार कौन-कौन से हैं?
बिटकॉइन, एथेरियम और लाइटकॉइन प्रमुख हैं। बिटकॉइन सबसे पुराना और लोकप्रिय है।
इथेरियम दूसरी सबसे बड़ी है। डॉजकॉइन और रिपल भी लोकप्रिय हैं।
क्रिप्टो एक्सचेंज क्या हैं और कैसे काम करते हैं?
क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग की सुविधा देते हैं। UNOCOIN, CoinSwitch और CoinDCX जैसे प्लेटफॉर्म हैं।
ये फ्यूचर्स और ऑप्शंस ट्रेडिंग की पेशकश करते हैं। उपयोगकर्ता UPI, NEFT, IMPS या कार्ड से खरीद और ट्रेड कर सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के क्या लाभ और जोखिम हैं?
निवेश के लाभों में उच्च रिटर्न और सुरक्षा शामिल है। यह वित्तीय प्रणाली को बदल रहा है।
लेकिन, बाजार की अस्थिरता और साइबर सुरक्षा जोखिम हैं। सावधानी से निवेश करें।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का नियामक परिदृश्य क्या है?
भारत में नियामक परिदृश्य विकसित हो रहा है। सरकार जोखिमों को कम करने के लिए काम कर रही है।
भविष्य में स्पष्ट नियमों की उम्मीद है।
क्रिप्टो बाजार के भविष्य की क्या संभावनाएं हैं?
तकनीकी विकास और नवाचार महत्वपूर्ण होंगे। नई तकनीकें उपयोग को बढ़ाएंगी।
क्रिप्टो डेरिवेटिव्स और लीवरेज्ड ट्रेडिंग बाजार को आकार देंगे। वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव बढ़ेगा।
विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) क्या है और इसका क्या महत्व है?
DeFi क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति है। यह पारंपरिक वित्तीय सेवाओं को ब्लॉकचेन पर लाता है।
उधार, उधार और व्यापार बिना मध्यस्थों के संभव हो जाते हैं। DeFi प्लेटफॉर्म्स उच्च ब्याज दरें और नवीन उत्पाद प्रदान करते हैं।